पहले रविवार को शिलांग पुस्तक मेले में पुस्तक प्रेमियों की उमड़ी भीड़

संवाददाता - पवन कुमार गुप्ता 
नई दिल्ली 

पहले रविवार को शिलांग पुस्तक मेले में पुस्तक प्रेमियों की उमड़ी भीड़
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा आयोजित शिलांग पुस्तक मेले के दूसरे दिन (6 अक्टूबर, 2024) पहले रविवार को पाठकों की अच्छी-खासी भीड़ देखी गई। सुहावने मौसम के बीच पुस्तक प्रेमियों ने स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी के परिसर में आयोजित हो रहे इस पुस्तक मेले में आने का भरपूर आनंद उठाया। 

सभी आयु वर्ग और विविध क्षेत्रों में कार्यरत पाठक अपनी पसंदीदा किताबें खरीदने से पहले उनका सेलेक्शन करते हुए देखे गए। आगंतुकों में मेघालय सरकार के  शिक्षा विभाग के निदेशक श्री स्वप्निल टेम्बे, आईएएस भी शामिल थे। मेघालय में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अभिनव पहलों के लिए प्रसिद्ध श्री टेम्बे ने पुस्तक मेले के आयोजन को लेकर कहा, "शिलांग पुस्तक मेले में किताबों का संग्रह काफी अच्छा है। मैंने यहाँ से करीब 10 किताबें खरीदीं। मैंने कल भी कुछ किताबें खरीदी थीं।" नियमित पढ़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए टेम्बे ने कहा, “जब हम किताबें पढ़ते हैं, तो हमारे दिमाग में छवियां बनती हैं। जब हम पढ़ते हैं, तो हम सक्रिय होते हैं। लेकिन जब हम केवल विजुअल देखते हैं, तो हम निष्क्रिय हो जाते हैं। इसलिए, पढ़ने की आदत विकसित करना महत्वपूर्ण है।”
युवा पाठक सृष्टि बिस्वास को सभी प्रकार की किताबें पसंद हैं। हालाँकि, उन्हें अध्यात्म की पुस्तकों में गहरी रुचि है और वे सर्वश्रेष्ठ टाइटल्स के लिए मेले में आई थीं।
शिलांग के एपीएस विद्यालय की कक्षा ग्यारह की छात्रा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, “मैं पिछले साल भी एनबीटी, इंडिया द्वारा आयोजित इस पुस्तक मेले में आई थी। मुझे यहाँ पुस्तकों का संग्रह बहुत अच्छा लगा। अब तक, मैंने काफ्का की लघु कथाओं का संग्रह खरीदा है और मैं और अधिक पुस्तकें सर्च कर रही हूँ, खासकर अध्यात्म की।”
नौ वर्षीय लाईजनई क्षीर एक स्टॉल पर बच्चों की किताबों को ब्राउज़ करते हुए उत्साहित दिखीं। उनके अंकल, श्री हमेशावणम वानखर ने कहा कि उन्हें हमेशा किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। “रविवार हमारे लिए मेले में जाने का सबसे अच्छा दिन है। हम अगले रविवार को और किताबें लेने शिलांग पुस्तक मेले में आएंगे,” वानखर ने कहा।

रेबेका थबाह, जिन्होंने काफी पुस्तकें खरीदी थीं उन्होंने बताया कि वह एनबीटी, इंडिया द्वारा आयोजित इस पुस्तक मेले में हर बार आती हैं। उन्होंने अपनी खरीदी हुई किताबों के बारे में बताते हुए कहा कि ''मुझे पढ़ना बहुत पसंद है। मुझे बच्चों का साहित्य भी पसंद है। मैं हैरी पॉटर की प्रशंसक हूँ। इस बार, मैंने ‘शैटर मी’ सीरीज़ और कुछ बच्चों की किताबें खरीदी हैं।” 

किताबों के अलावा, मेले में सभी के लिए रोजाना मनोरंजक गतिविधियाँ भी आयोजित हो रही हैं। रविवार को पुस्तक मेले में भाग लेने वाले एनसीसी कैडेटों के लिए पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। शाम को दो डांस परफॉर्मेंस और एक लाइव बैंड शो का भी आयोजन किया गया।
7 अक्टूबर, 2024 को शिलांग पुस्तक मेले में बच्चों के लिए दो कार्यक्रम होंगे – स्विर्ल एंड स्टाइल: लेट्स राइट इन कर्सिव! और मेघालय ताइक्वांडो एसोसिएशन द्वारा एक आत्मरक्षा कार्यशाला। वैदिक गणित पर एक सत्र होगा। सोमवार को शाम को डांस परफॉर्मेंस और मूखुरी म्यूजिक बैंड की प्रस्तुति होगी।


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