लेबर कोड लागू किए जाने के खिलाफ जंतर मंतर नई दिल्ली सहित देशभर में हुए जबरदस्त विरोध प्रदर्शन ।








लेबर कोड लागू किए जाने के खिलाफ जंतर मंतर नई दिल्ली सहित देशभर में हुए जबरदस्त विरोध प्रदर्शन 


नोएडा, मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए चार लेबर कोड जिन्हें सीटू सहित देश की सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व किसान संगठनों ने मजदूरों पर सबसे बड़ा हमला बताते हुए आज 26 नवंबर 2025 को संविधान दिवस और किसान आंदोलन की ऐतिहासिक वर्षगांठ पर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों एवं किसान संगठनों ने पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था जिसके तहत पूरे देश में जोरदार तरीके से मजदूर किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए वहीं दिल्ली, गाजियाबाद, गौतम बुध नगर के मजदूरों/ ट्रेड यूनियनों व किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जंतर मंतर नई दिल्ली पर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर कहा कि लेबर कोड कानून मजदूरों के लिए नहीं मालिकों के लिए लाई है मोदी सरकार और इन कानूनों को इतिहास के कूड़ेदान में डालकर ही मज़दूर वर्ग दम लेगा उक्त का संकल्प लिया। 
दिल्ली जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन में सीटू गौतम बुध नगर कमेटी के नेता रामस्वारथ, गंगेश्वर दत्त शर्मा, सुनील पंडित, भरत डेंजर, अरुण कुमार, विकास कुमार, राम सागर आदि के नेतृत्व में सैकड़ो मजदूरों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया इसी तरह किसान सभा जिला अध्यक्ष डॉक्टर रुपेश वर्मा के नेतृत्व में दर्जनों किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। 
विरोध प्रदर्शन को सीटू के राष्ट्रीय सचिव कामरेड सुदीप दत्ता, सीटू दिल्ली राज्य अध्यक्ष वीरेंद्र गौड़, महासचिव पीवी अनियन, संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता कामरेड हनान मौला सहित विभिन्न ट्रेड यूनियनों व किसान संगठनों के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया सभी वक्ताओं ने चार मजदूर विरोधी लेबर कोर्ट्स को रद्द करवाने, मजदूर किसान के कर्ज माफ किए जाने, सभी कच्चे कर्मचारीयों व स्कीम वर्कर्स को पक्का किए जाने, पुरानी पेंशन योजना बहाल किए जाने, ठेका प्रथा व निजीकरण पर रोक लगाए जाने, पथ विक्रेता कानून को सही तरीके से लागू किए जाने, न्यूनतम वेतन ₹26000 हजार घोषित करवाने, समान काम का समान वेतन आदि मुद्दों पर आने वाले समय में देशव्यापी बड़ा आंदोलन खड़ा करने की जरूरत को रेखांकित किया।

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