संवाददाता - पवन कुमार गुप्ता
नई दिल्ली
अग्रवाल वैश्य समाज का 17वां स्थापना दिवस समारोह उत्साह के साथ सम्मन्न
अग्रवाल वैश्य समाज की प्रेरणादायी यात्रा पंच संकल्पों के अनुरूप संगठित समाज की नई पहचान : अशोक बुवानीवाला
स्थापना दिवस के मंच पर सर्वसम्मति से सरकार के समक्ष रखे गए पांच प्रस्ताव
कैथल, 30 नवम्बर। हम कोई अस्पताल या अन्य संस्थान नहीं चलाना चाहते बल्कि नेता बनाने की फैक्ट्री चलाना चाहते हैं इसी उद्देश्य को अपना ध्येय मानकर साल 2009 में जब हमने पंच संकल्पों के साथ यात्रा शुरू की थी, तब न संसाधन थे न कोई बड़ा संगठनात्मक ढांचा। परंतु आज जब हम 17 वर्षों की यात्रा को पीछे मुडक़र देखते हैं, तो हमें गर्व होता है कि हमारे पंच संकल्प केवल विचार नहीं रहे, वे जमीन पर उतरे हैं, फल-फूल रहे हैं और समाज की नई दिशा तय करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहें हैं। ये उद्गार अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने आज कैथल की ऐतिहासिक और पावन भूमि पर आयोजित अग्रवाल वैश्य समाज के 17वें स्थापना दिवस समारोह में प्रदेशभर से आए वैश्यजनों को संबोधित करते हुए कही। महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवल के साथ शुरू हुए समारोह को वैश्यजनों के उत्साह ने ऐतिहासिक बना दिया। अपने संबोधन से इस उत्साह को बरकरार रहते हुए प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज की सफलता की नींव त्याग, सहयोग और संगठन पर आधारित है और इतने वर्षों की यह यात्रा इस सफलता का प्रमाण है। संगठन के पंच संकल्पों को याद करते हुए बुवानीवाला ने कहा कि अपने गठन के समय हमने राजनीतिक भागीदारी, संगठित समाज, युवा पौध का अंकुरण, मातृशक्ति का उत्थान और सामाजिक सहभागिता के जो पांच संकल्पों का प्रण लेकर वैश्य समाज को सत्ता की भागीदारी के साथ एक धुरी बनाने का काम किया जिसें आज हम फलीभूत होते देख रहे हैं। राजनीतिक भागीदारी पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी समाज का विकास तभी तेज होता है जब वह राजनीतिक शक्ति का हिस्सा बनता है। समाज ने पिछले वर्षों में स्थानीय निकायों, पंचायतों, और विधानसभा स्तर पर वैश्य समाज के नेताओं को आगे बढ़ाने के प्रयास किए। दलतगत राजनीति से दूर समाज के उम्मीदवार के पक्ष में शत् प्रतिशत मतदान को सुनिश्चित करते हुए वैश्य वोट बैंक की एकता को मजबूत किया। आज हमारा ये संगठन अपनी राजनीतिक, सामाजिक और संगठनात्मक विकास की एक लम्बी, प्रेरणादायी और गौरवशाली यात्रा पूरी कर चुका है। समाज ने अपने प्रारंभिक दिनों से ही एक ऐसा मार्ग चुना जिसमें राजनीतिक मुखरता के साथ सेवा, एकता, सहभागिता और सामाजिक जागरूकता प्रमुख आधार रहे। बुवानीवाला ने कहा कि इतने वर्षों की लम्बी यात्रा में हमने साथ मिलकर कदम-दर-कदम नया मुकाम हासिल किया लेकिन हमारा सफर अभी पूरा नहीं हुआ है जब तक वैश्य समाज प्रदेश की राजनीति पर पूर्णत्या काबिज नहीं हो जाता हम न तो रूकने वाले है और न ही थकने वाले। उन्होंने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज ने राजनीति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया था उसके अनुरूप आज वैश्य समाज की राजनीतिक जड़ें पहले से कहीं अधिक मजबूत है। पंचायत या पार्षद स्तर से लेकर विधानसभा तक हमारी मजबूत भागीदारी हुई है। हमने संगठित समाज का सपना देखा था—आज वह पूरा हो रहा है। हमने युवाओं में नई ऊर्जा जगाने की बात की थी आज वे नेतृत्व की पहली पंक्ति में हैं। हमने मातृशक्ति को सम्मान और समान अवसर देने की प्रतिज्ञा ली थी आज हमारे समाज की महिलाएं बराबर की भागीदारी के साथ यहां पहुंची है। बुवानीवाला ने कहा कि आज 2009 से 2025 की यह यात्रा केवल एक संगठन की नहीं, बल्कि एक राजनीति क्रांति की कहानी बन चुकी है।
आज के कार्यक्रम में यूपी से अनिल सुभाष, सिमरन गुप्ता, पंजाब के अध्यक्ष अमित जैन, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष तायल, पवन अग्रवाल, विनोद सिंगला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीनिवास गुप्ता, एमपी जैन, महासचिव राजेश सिंगला, बलराम गुप्ता, उपाध्यक्ष अमरनाथ गुप्ता, महिला अध्यक्ष सुशीला सर्राफ, युवा अध्यक्ष हिमांशु गोयल, विकास गर्ग, कमल मित्तल, वेदप्रकाश गर्ग, सुरेश नौच, जिलाध्यक्ष डॉ वरुण जैन ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने कहा कि वैश्य समाज को आज राजनीतिक दल दुधारू गाय मानते हैं। हर जिले में एक अशोक बुवानीवाला पैदा कर लो। तभी राजनीतिक रूप से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि आज समाजवाद की जरूरत है। वक्ताओं ने राजनीतिक कोष की स्थापना करने और राजनीतिक मैदान में उतरने वालों को मदद करें। कार्यक्रम में कैथल नगर परिषद की चेयरपर्सन सुरभि गर्ग ने कहा कि अशोक बुवानीवाला की मेहनत ने समाज को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें चेयरपर्सन बनाने में अग्रवाल समाज की अहम भूमिका है। इस मौके पर सुशील बंसल फतेहाबाद, संदीप नूनीवाला नारनौल, राजेन्द्र मित्तल रतिया, ललित बंसल हिसार, सत्यभूषण बिंदल उकलाना, पायल गोयल नरवाना, कैथल से मुकेश सिंगला, मोहित खुरानिया, परीक्षित गर्ग, अक्षरा गुप्ता, रजत सिंगला, अनिल कंसल कलायत, प्रदीप गोयल पुंडरी, राजीव गुप्ता चीका सहित प्रदेशभर के वैश्यबंधु उपस्थित रहें।
ये प्रस्ताव हुए पास:-
स्थापना दिवस समारोह के दौरान प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व में विभिन्न प्रस्तावों को पास करते हुए मुख्यत: महाराजा अग्रसेन मार्ग के नाम से विख्यात राष्ट्रीय राजमार्ग नं0 9, जो दिल्ली से अग्रोहा होते हुए फाजिल्का (पंजाब) जाता है, इस मार्ग के आरंभिक स्थान बहादुरगढ़ में गेटवे ऑफ हरियाणा पर महाराजा अग्रसेन के नाम से विशाल गेट निर्माण करवाने, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में महाराजा अग्रसेन के नाम पर दिनांक 19 फरवरी, 2022 को महाराजा अग्रसेन शोधपीठ की स्थापना की गई थी, परन्तु सरकार द्वारा इस पीठ के संचालन हेतु पर्याप्त धनराशि उपलब्ध न करवाए जाने के कारण महाराजा अग्रसेन के जीवन प्रसंगों पर आवश्यक शोध कार्य बाधित है। इसके सक्रिय संचालन हेतु सरकार से सात करोड़ रूपए की धनराशि उपलब्ध करवाने, अग्रोहा अग्रवाल समाज का तो तीर्थ स्थान है ही, समाज के लोग दर्शन और प्रेरणा हेतु इस स्थान पर आते हैं। प्रदेश में इस स्थान का विशेष महत्व है। इसके विकास से प्रदेश और समाज के सम्मान में वृद्धि होगी। इसलिए कुरूक्षेत्र विकास प्राधिकरण की ही तरह सरकार द्वारा अग्रोहा विकास प्राधिकरण बनाने, भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हमारे प्रदेश एवं समाज की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। रेवाड़ी के श्री बालमुकुन्द गुप्त, भिवानी के श्री बनारसी दास गुप्त, पानीपत के श्री देशबंधु गुप्त, करनाल के श्री मूलचंद जैन, हिसार के श्री हुकुमचंद जैन जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान ऐतिहासिक है। इन सभी महापुरूषों की स्मृतियों को सुरक्षित रखने हेतु इनकी कर्मभूमि पर इनके नाम से मुख्यमार्ग बनवाने तथा पंजाब के संगरूर जिले के भवानीगढ़ से हरियाणा की सीमा ब्राह्मणवाला तक आने वाला महाराजा अग्रसेन राजमार्ग यदि ब्राह्मणवाला से रतिया होते हुए फतेहाबाद तक बन जाएगा तो यह सीधे अग्रोहा से जुड़ जाएगा, जिसकी कुल दूरी 34 किलोमीटर है। इसके निर्माण हेतु प्रस्ताव रखे गए। जिन्हें उपस्थित समाज के लोगों ने सर्वसम्मति से हाथ उठाते हुए प्रदेश सरकार से शीघ्र-अति-शीघ्र पूरा करने की मांग की।
ये हुए सम्मानित:-
स्थापना दिवस समारोह में संगठनात्मक सुदृढ़ता और उत्कृष्ठ कार्यों से उल्लेखनीय योगदान देने वाले पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। इन पदाधिकारियों में मुख्य इकाई से भिवानी विधानसभा के निवर्तमान अध्यक्ष ललित मित्तल व अम्बाला विधानसभा अध्यक्ष आयुष गुप्ता को, महिला विंग से रोहतक जिलाध्यक्ष बृजबाला गुप्ता व पलवल जिलाध्यक्ष रीना अग्रवाल को तथा युवा विंग से सिरसा लोकसभा अध्यक्ष पार्षद निखिल बंसल तथा महेन्द्रगढ़ जिलाध्यक्ष चिराग अग्रवाल को सम्मानित किया गया। संगठन की गतिविधियों को मजबूत बनाने तथा समाज को संगठित रखने में इन पदाधिकारियों का योगदान अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायक रहा है। उनकी प्रतिबद्धता, कार्य कौशल और समर्पण भाव को देखते हुए समाज ने उन्हें स्थापना दिवस समारोह के मंच पर सम्मानित किया गया।
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