*जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन के दिल्ली स्थित सहयोगी संस्था बाल विकास धारा ने चलाया अभियान*

संवाददाता - पवन कुमार गुप्ता 
नई दिल्ली 

 *बाल विवाह रोकथाम हेतु धर्मगुरुओं ने लिया संकल्प* 

 *जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन के दिल्ली स्थित सहयोगी संस्था बाल विकास धारा ने चलाया अभियान
बाल विकास धारा जैसी संस्था कुप्रथा के  खिलाफ समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन एलाइंस के सहयोग से विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान में विभिन्न धर्म गुरुओं सामाजिक कार्यकर्ताओं और समुदाय के जिम्मेदार लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और बाल विवाह उन्मूलन का संकल्प लिया।
बाल विकास धारा संस्था जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन्स के सहयोग से दिल्ली के सुप्रसिद्ध इस्कन टेम्पल एवं निजामुदीन दरगाह में धर्म गुरुओं के साथ मिलकर बाल विवाह न करने, करवाने की शपथ दिलवाये। 

संस्था के जिला समन्वयक संस्था के द्वारा विगत वर्षों में किए गए कार्यों पर विस्तार से अवगत कराते हुए बताया कि हम दिल्ली में विगत तीन दशकों से महिलाओं और बच्चों के मुद्दों पर कार्य कर रहे हैं। इस कार्यक्रम के दौरान धर्म गुरुओं ने स्पष्ट किया कि कम उम्र में विवाह करने पर, न केवल बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर नकारात्मक असर डालता है बल्कि उनके संपूर्ण विकास में भी बाधक बनता है । 

उन्होंने कहा कि धार्मिक दृष्टि से भी विवाह तभी मान्य है,  जब लड़का और लड़की मानसिक और शारीरिक सामाजिक रूप से परिपक्व हो। संस्था के बरिष्ठ कार्यकर्त्ता ने  उपस्थित लोगों को बाल विवाह निरोध अधिनियम 2006 की जानकारी दी और उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से कम आयु की लड़कियों और 21 वर्ष से कम आयु के लड़कों का विवाह अवैध है, तथा इसमें शामिल अभिभावकों और आयोजकों कें खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। 

अभियान के उपस्थित सभी धर्म गुरुओं ने एकजुट होकर प्रतिज्ञा की वह अपने-अपने क्षेत्र में बाल विवाह रोकने के लिए समाज को लगातार जागरूक करेंगे और बच्चों को शिक्षा एवं सुरक्षित भविष्य की ओर प्रेरित करेंगे।  बाल विकास धारा - दिल्ली को बाल विवाह मुक्त करने हेतु प्रण लिया। 

बचपन के सपनों को उड़ने दो हर बच्चों को पढ़ने दो एवं बाल विवाह न होने दो आओ हम सब मिलकर अपने जिले ,हर राज्यों को, भारत देश को बाल विवाह मुक्त बनाएं।

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